Saturday, July 20, 2019

Natural magnet - प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले चुम्बक को अर्थात प्रकृति से मिलने वाले चुम्बक को प्राकृतिक चुम्बक कहते है । तथा इसे लोड स्टोन के नाम से जाना जाता है यह लोहे के छोटे छोटे कणों को अपनी और आकर्षित करने की शक्ति रखता है तथा नाविकों द्वारा दिशा देखने के कार्य में उपयोग किया जाता है । Artificial magnet / कृत्रिम चुम्बक - वह चुम्बक जो मानव द्वार निर्मित हो कृत्रिम चुम्बक कहलाते है कृत्रिम चुम्बक दो प्रकार के होते है । permanent magnet and temporary magnet Permanent magnet / स्थाई चुम्बक - वह चुम्बक जिनमे चुम्बकीय गुण लंबे समय तक विद्यमान रहे यह चुम्बक विभिन्न विभिन्न आकारों में बनाये जाते है जैसे - बार मैगनेट, यू शेप मैगनेट, नीडल मैगनेट तथा हार्स शू मैगनेट । Temporary magnet / अस्थाई चुम्बक - वह चुम्बक जिनमें चुम्बकीय गुण केवल कुछ समय के लिए ही विद्यमान रहते है अस्थाई चुम्बक कहलाता है । इन चुम्बकों को विधुत चुम्बक भी कहा जाता है यह नर्म लोहे पर इनैमलड तार लपेट कर तार में विधुत धरा गुजारने पर बनता है ।

Natural magnet - प्राकृतिक रूप से पाये जाने वाले चुम्बक को अर्थात प्रकृति से मिलने वाले चुम्बक को प्राकृतिक चुम्बक कहते है । तथा इसे लोड स्टोन के नाम से जाना जाता है यह लोहे के छोटे छोटे कणों को अपनी और आकर्षित करने की शक्ति रखता है तथा नाविकों द्वारा दिशा देखने के कार्य में उपयोग किया जाता है ।

Artificial magnet / कृत्रिम चुम्बक - वह चुम्बक जो मानव द्वार निर्मित हो कृत्रिम चुम्बक कहलाते है कृत्रिम चुम्बक दो प्रकार के होते है । permanent magnet and temporary magnet

Permanent magnet / स्थाई चुम्बक - वह चुम्बक जिनमे चुम्बकीय गुण लंबे समय तक विद्यमान रहे यह चुम्बक विभिन्न विभिन्न आकारों में बनाये जाते है जैसे - बार मैगनेट, यू शेप मैगनेट, नीडल मैगनेट तथा हार्स शू मैगनेट ।
Temporary magnet / अस्थाई चुम्बक - वह चुम्बक जिनमें चुम्बकीय गुण केवल कुछ समय के लिए ही विद्यमान रहते है अस्थाई चुम्बक कहलाता है । इन चुम्बकों को विधुत चुम्बक भी कहा जाता है यह नर्म लोहे पर इनैमलड तार लपेट कर तार में विधुत धरा गुजारने पर बनता है ।

Magnetic flux - किसी चुम्बक से निकलने वाली कुल चुम्बकीय रेखाओं को मैग्नेटिक फ्लक्स कहते है । इसकी इकाई वेबर है । Magneto motive force ( M.M.F ) - वह बल जो मैग्नेटिक सर्किट में मैग्नेटिक फ्लक्स को प्रवाहित करता है mf ) मैग्नेटो मोटिव फ़ोर्स कहलाता है । Magnetic pole - चुम्बक का वह किनारा जहाँ पर सबसे अधिक शक्ति होती है और चुम्बक का वह भाग जहाँ चुम्बकीय बल रेखाएं अंदर या बाहर आती है वह मैग्नेक पोल कहलाते है । चुम्बक के दो ध्रुव होते है । Magnetic leakage - किसी चुम्बक से निकलने वाली वह रेखाएं है जो अपने तय मार्ग की अपेक्षा अन्य मार्ग से गुुजरती है मैग्नेटिक लीकेज कहलाती है । Magnetic circuit - चुम्बकीय बल रेखाओं का सम्पूर्ण रास्ता मैग्नेटिक सर्किट कहलाता है । Leakage factor - चुम्बक से निकलने वाले कुल फ्लक्स और कार्य करने वाले फ्लक्स का अनुपात लीकेज फेक्टर कहलाता है । Residual magnetism - किसी चुम्बकीय प्रदार्थ से चुम्बकीय शक्ति हटा दी जाने पर भी उस प्रदार्थ में कुछ चुम्बकीय शक्ति शेष रह जाती है जो कि रैजीडीयूअल मैगनेटिज्म कहलाती है । Magnetic saturation - किसी प्रदार्थ की अधिकतम चुम्बकत्व ग्रहण करने की क्षमता मैग्नेटिक सैंचुरेशन कहलाती है । permeance - चुम्बकीय शक्ति का वह गुण जो मैग्नेटिक फ्लक्स को उत्पन्न करने में सहायक होता है परमीयेन्स कहलाता है । Reluctance - रिलक्टैन्स चुम्बकीय क्षेत्र में फ्लक्स के रस्ते में आने वाली बाधा को कहते है । इसकी इकाई एम्पीयर टर्न / वेबर है ।

Magnetic flux - किसी चुम्बक से निकलने वाली कुल चुम्बकीय रेखाओं को मैग्नेटिक फ्लक्स कहते है । इसकी इकाई वेबर है ।

Magneto motive force ( M.M.F ) - वह बल जो मैग्नेटिक सर्किट में मैग्नेटिक फ्लक्स को प्रवाहित करता है mf ) मैग्नेटो मोटिव फ़ोर्स कहलाता है ।

Magnetic pole - चुम्बक का वह किनारा जहाँ पर सबसे अधिक शक्ति होती है और चुम्बक का वह भाग जहाँ चुम्बकीय बल रेखाएं अंदर या बाहर आती है वह मैग्नेक पोल कहलाते है । चुम्बक के दो ध्रुव होते है ।

Magnetic leakage - किसी चुम्बक से निकलने वाली वह रेखाएं है जो अपने तय मार्ग की अपेक्षा अन्य मार्ग से गुुजरती है मैग्नेटिक लीकेज कहलाती है ।

Magnetic circuit - चुम्बकीय बल रेखाओं का सम्पूर्ण रास्ता मैग्नेटिक सर्किट कहलाता है ।

Leakage factor - चुम्बक से निकलने वाले कुल फ्लक्स और कार्य करने वाले फ्लक्स का अनुपात लीकेज फेक्टर कहलाता है ।

Residual magnetism - किसी चुम्बकीय प्रदार्थ से चुम्बकीय शक्ति हटा दी जाने पर भी उस प्रदार्थ में कुछ चुम्बकीय शक्ति शेष रह जाती है जो कि रैजीडीयूअल मैगनेटिज्म कहलाती है ।

Magnetic saturation - किसी प्रदार्थ की अधिकतम चुम्बकत्व ग्रहण करने की क्षमता मैग्नेटिक सैंचुरेशन कहलाती है ।

permeance - चुम्बकीय शक्ति का वह गुण जो मैग्नेटिक फ्लक्स को उत्पन्न करने में सहायक होता है परमीयेन्स कहलाता है ।

Reluctance - रिलक्टैन्स चुम्बकीय क्षेत्र में फ्लक्स के रस्ते में आने वाली बाधा को कहते है । इसकी इकाई एम्पीयर टर्न / वेबर है ।

फैराडे का विधुत चुम्बकीय प्रेरण सिद्धान्त - प्रथम सिद्धान्त - जब किसी कंडक्टर को मैग्नेटिक फील्ड में इस प्रकार घुमाया जाये कि कंडक्टर मैग्नेटिक फील्ड को काटे तो कंडक्टर में विधुत धरा उत्पन्न हो जाती है । दूसरा नियम - क्वाइल में उत्पन्न emf कटने वाले फ्लक्स परिवर्तन की दर के समानुपाती होता है । Faraday's law of electrolysisdi / फैराडे के अपघटन नियम -अपघटन के दो नियम है । प्रथम नियम - अपघटन के समय एकत्रित हुआ आयनों का भार उसमे गुजारी गई विधुत की मात्रा के समानुपाती होता है । दूसरा नियम - जब एक समय तक समान कपैसिटी की करंट अलग अलग इलेक्ट्रोलाइट में से गुजारी तो अपघटन के समय विमुक्त होने वाले पदार्थों की संहति उनके रासायनिक तुल्यांक के समानुपाती होता है ।

फैराडे का विधुत चुम्बकीय प्रेरण सिद्धान्त -
प्रथम सिद्धान्त - जब किसी कंडक्टर को मैग्नेटिक फील्ड में इस प्रकार घुमाया जाये कि कंडक्टर मैग्नेटिक फील्ड को काटे तो कंडक्टर में विधुत धरा उत्पन्न हो जाती है ।

दूसरा नियम - क्वाइल में उत्पन्न emf कटने वाले फ्लक्स परिवर्तन की दर के समानुपाती होता है ।
Faraday's law of electrolysisdi / फैराडे के अपघटन नियम -अपघटन के दो नियम है ।

प्रथम नियम - अपघटन के समय एकत्रित हुआ आयनों का भार उसमे गुजारी गई विधुत की मात्रा के समानुपाती होता है ।

दूसरा नियम - जब एक समय तक समान कपैसिटी की करंट अलग अलग इलेक्ट्रोलाइट में से गुजारी तो अपघटन के समय विमुक्त होने वाले पदार्थों की संहति उनके रासायनिक तुल्यांक के समानुपाती होता है ।

Solenoid coil -सोलिनायड एक प्रकार की गोल क्वाइल है ।

Solenoid coil -सोलिनायड एक प्रकार की गोल क्वाइल है । जिसमे अधिक सारी टर्ने होती है । इअ क्वाइल की लम्बाई इसके व्यास से अधिक रखी जाती है । जब सोलिनायड से करंट गुजारी जाती है तो वह चुम्बकीय फील्ड उत्पन्न करती है तथा क्वाइल के अंदर लोहे की छड़ डाल कर चुम्बकीय शक्ति बढ़ाई जा सकती है । तथा सोलिनायड में चुम्बक की पोलैरिटी ज्ञात करने के लिए निम्न नियम अपनाये जाते है

1. clock rule 2. Right hand grip rule 3. End rule
1 Clock rule / क्लॉक रूल -क्वाइल को एक सिरे पर देखने पर यदि करंट घड़ी की सुई के घूमने की दिशा में बह रहा है तो पोल साउथ पोल है और यदि करंट घडी की सुई के घूमने की उल्टी दिशा में बह रहा है होगा तो पोल नार्थ पोल होगा ।
2 Right hand grip rule / राईट हैंड गृप रूल - सोलीनायड को यदि दायें हाथ से इस प्रकार पकड़ा जाये कि उँगलियाँ करंट की दिशा में हो तो अंगूठा नार्थ पोल को प्रदर्शित करेगा ।
End Rule / एन्ड रूल - यदि सोलिनायड में करंट एंटी क्लॉक वाइज घुमे तो दूर का पोल नार्थ पोल होगा और यदि करंट क्लॉक वाइज घुमे तो दूर स्थित पोल साउथ पोल होगा ।

Magnetic effect of electric current / विधुत धरा के चुम्बकीय प्रभाव

Magnetic effect of electric current / विधुत धरा के चुम्बकीय प्रभाव - जब किसी कंडक्टर में इलेक्ट्रिक करंट गुुजारा जाये तो कंडक्टर में मैग्नेटिक फील्ड उत्पन्न हो जाती है इस प्रभाव को विधुत धारा का चुम्बकीय प्रभाव कहते है -
Properties and effects of electromagnet / इलेक्ट्रोमैगनेट( विधुत चुम्बक ) के गुण व प्रभाव -

1 आवश्यकता पड़ने पर इलेक्ट्रो मैगनेट आसानी से बनाया जा सकता है ।2 इलेक्ट्रोमैगनेट की पोलेरटी बदल सकते है ।3 विधुत चुम्बक की ताकत को बढ़ाया या घटाया जा सकता है ।4 विधुत चुम्बक को किसी भी आकर में बनाया जा सकता है ।5 इच्छा अनुसार जितना समय आवश्यकता हो इलेक्ट्रो मैगनेट बना सकते है ।6 सभी प्रकार की इलेक्ट्रिक मशीनों में विधुत चुम्बक का इस्तेमाल होता है जैसे कि जनरेटरों, मोटरों, ट्रांसफॉर्मरों, मापन इंस्ट्रूमेंट व अन्य इलेक्ट्रिकल डिवाइस इत्यादि ।

चुम्बकीय धातुओं का वर्गीकरण तीन भागों में किया जाता है -

चुम्बकीय धातुओं का वर्गीकरण तीन भागों में किया जाता है -
Ferromagnetic substances / फेरोमैग्नेटिक प्रदार्थ - वह प्रदार्थ जी किसी चुम्बक की और तेजी से आकर्षित होते है उन्हें फेरो मैग्नेटिक प्रदार्थ कहते है । जैसे कि लोहा , निकल, कोबाल्ट ।

Paramagnetic substances / पैरामैग्नेटिक प्रदार्थ - वह प्रदार्थ जी किसी चुम्बक की और कम तेजी से आकर्षित होते है उन्हें परामैग्नेटिक प्रदार्थ कहते है जाइए कि ऐल्यूमिनियम, ताम्बा ।

Diamagnetic substances / डायामैग्नेटिक प्रदार्थ - वह प्रदार्थ जी किसी चुम्बक की आकर्षित नहीं होते है उन्हें डायामैग्नेटिक प्रदार्थ कहते है जैसे कि लकड़ी , कागज , प्लास्टिक ।

Difference between electric current and magnetic field - फ्लक्स की इकाई वेबर है जबकि करंट की इकाई एम्पीयर है ।

फ्लक्स एम.एम.ऑफ व रिलेक्टेन्स का अनुपात है । जबकि करंट वोल्टेज और रजिस्टेंस का अनुपात है ।रजिस्टेंस की इकाई ओह्म है जबकि रिलेक्टेस की इकाई एम्पियर टर्न प्रति वेबर है ।emf की इकाई वाल्ट है जबकि mmf की इकाई एम्पीयर टर्न है ।

Characteristics of magnetic lines / चुम्बकीय बल रेखाओं की विशेषतायें - चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव बंद सर्किट बनती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं चालक के तल में हमेशा लम्बवत निकलती व प्रवेश करती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव उत्तर से दक्षिण की और चलती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव छोटा रास्ता तेय करती है ।जहाँ चुम्बकीय बल अधिक होता है वहां चुम्बकीय बल रेखाएं भी अधिक होती है ।चुम्बकीय बल रेखाओं के रास्ते में कोई भी इंसुलेशन नहीं होता ।चुम्बकीय बल रेखाएं चुम्बकीय प्रदार्थ में सुगमता से गुजरती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव समान दूरी पर रहती है ।चुम्बकीय बाल रेखाएं कभी एक दूसरी को काट नहीं सकती ।

Characteristics of magnetic lines / चुम्बकीय बल रेखाओं की विशेषतायें -

चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव बंद सर्किट बनती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं चालक के तल में हमेशा लम्बवत निकलती व प्रवेश करती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव उत्तर से दक्षिण की और चलती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव छोटा रास्ता तेय करती है ।जहाँ चुम्बकीय बल अधिक होता है वहां चुम्बकीय बल रेखाएं भी अधिक होती है ।चुम्बकीय बल रेखाओं के रास्ते में कोई भी इंसुलेशन नहीं होता ।चुम्बकीय बल रेखाएं चुम्बकीय प्रदार्थ में सुगमता से गुजरती है ।चुम्बकीय बल रेखाएं सदैव समान दूरी पर रहती है ।चुम्बकीय बाल रेखाएं कभी एक दूसरी को काट नहीं सकती ।

स्थाई चुम्बक व अस्थाई चुम्बक में अन्तर - अस्थाई चुम्बक का इस्तेमाल मोटरों, जनरेटरों, इत्यादि में होता है जबकि स्थाई चुम्बक का इस्तेमाल खिलौनो तथा स्पीकरों इत्यादि में होता है ।स्थाई चुम्बक दिशा ज्ञात कर सकते है जबकि अस्थाई चुम्बक से दिशा ज्ञात नहीं की जा सकती ।अस्थाई चुम्बक किसी भी आकार ने बनाये जा सकते है जबकि स्थाई चुम्बक कुछ खासा आकारों में ही बनाये जाते है ।स्थाई चुम्बक की शक्ति स्थिर होती है जबकि अस्थाई चुम्बक की शक्ति को कम या अधिक किया जासकता है ।स्थाई चुम्बक को बनाने में अधिक समय लगता है जबकि अस्थाई चुम्बक आसानी से बनाये जाते है ।स्थाई चुम्बक आसानी से अपनी चुम्बकीय शक्ति नहीं खोते जबकि अस्थाई चुम्बक के गुण आसानी से समाप्त किये जा सकते है ।स्थाई चुम्बक के पोलों को आसानी से बदला नहीं जा सकता है जबकि अस्थाई चुम्बक के पोलों को आसानी से बदला जा सकता है ।

स्थाई चुम्बक व अस्थाई चुम्बक में अन्तर -

अस्थाई चुम्बक का इस्तेमाल मोटरों, जनरेटरों, इत्यादि में होता है जबकि स्थाई चुम्बक का इस्तेमाल खिलौनो तथा स्पीकरों इत्यादि में होता है ।स्थाई चुम्बक दिशा ज्ञात कर सकते है जबकि अस्थाई चुम्बक से दिशा ज्ञात नहीं की जा सकती ।अस्थाई चुम्बक किसी भी आकार ने बनाये जा सकते है जबकि स्थाई चुम्बक कुछ खासा आकारों में ही बनाये जाते है ।स्थाई चुम्बक की शक्ति स्थिर होती है जबकि अस्थाई चुम्बक की शक्ति को कम या अधिक किया जासकता है ।स्थाई चुम्बक को बनाने में अधिक समय लगता है जबकि अस्थाई चुम्बक आसानी से बनाये जाते है ।स्थाई चुम्बक आसानी से अपनी चुम्बकीय शक्ति नहीं खोते जबकि अस्थाई चुम्बक के गुण आसानी से समाप्त किये जा सकते है ।स्थाई चुम्बक के पोलों को आसानी से बदला नहीं जा सकता है जबकि अस्थाई चुम्बक के पोलों को आसानी से बदला जा सकता है ।

चुम्बक सदा चुम्बकीय प्रदार्थों को अपनी और खींचता है जैसे कि स्टील, लोहा, और निकल तथा कोबाल्ट ।चुम्बक के दोनों पोलों की शक्ति बराबर होती है ।चुम्बक को हवा में लटकाने पर नार्थ और साउथ पर रुकेगा ।मैगनेट के दो पोल होते है । नार्थ और साउथ ।चुम्बक के असमान पोल एक दूसरे को धकेलते है जबकि समान पोल एक दूसरे को आकर्षित करते है ।चुम्बक तोड़ने पर हर छोटा टुकड़ा चुम्बक के गुण रखता है ।चुम्बक को गर्म करने पर व चोट मारने पर उसकि शक्ति खत्म हो जाती है ।चुम्बकीय बल रेखाओं के रास्ते में कोई इन्सुलेशन नहीं होता ।आधुनिक समय में चुम्बक की महत्व पुर्ण भूमिका है ।

चुम्बक सदा चुम्बकीय प्रदार्थों को अपनी और खींचता है जैसे कि स्टील, लोहा, और निकल तथा कोबाल्ट ।चुम्बक के दोनों पोलों की शक्ति बराबर होती है ।चुम्बक को हवा में लटकाने पर नार्थ और साउथ पर रुकेगा ।मैगनेट के दो पोल होते है । नार्थ और साउथ ।चुम्बक के असमान पोल एक दूसरे को धकेलते है जबकि समान पोल एक दूसरे को आकर्षित करते है ।चुम्बक तोड़ने पर हर छोटा टुकड़ा चुम्बक के गुण रखता है ।चुम्बक को गर्म करने पर व चोट मारने पर उसकि शक्ति खत्म हो जाती है ।चुम्बकीय बल रेखाओं के रास्ते में कोई इन्सुलेशन नहीं होता ।आधुनिक समय में चुम्बक की महत्व पुर्ण भूमिका है ।

बाल की परिभाषा - वह धक्का या खिंचाव जो किसी वस्तु की स्थिति बदल दे या बदलने की चेष्टा करे तो वह बल कहलाता है । Definition of work /कार्य की परिभाषा - जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाये और वह वस्तु अपनी स्थिति को बदल दे तो वह कार्य कहलाता है ।] Definition of power / शक्ति की परिभाषा - कार्य करने की दर को शक्ति कहते है । Definition of energy / ऊर्जा की परिभाषा - कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते है । Definition of efficiency / दक्षता की परिभाषा - जब ऊर्जा वक स्थिति से दूसरी अवस्था में बदलती है तो कुछ ऊर्जा हानि के कारण नष्ट हो जाती है अर्थात मशीन की आउटपुट हमेशा ही इनपुट से कम होती है तथा नष्ट हुई ऊर्जा इनपुट व आउटपुट के आयर के समान होती है । Definition of heat / ऊष्मा की परिभाषा - ऊष्मा भी एक प्रकार की ऊर्जा है जिससे हमें गर्माहट का अनुभव होता है । ऊष्मा मापने की इकाई कैलोरी है ।

बाल की परिभाषा - वह धक्का या खिंचाव जो किसी वस्तु की स्थिति बदल दे या बदलने की चेष्टा करे तो वह बल कहलाता है ।

Definition of work /कार्य की परिभाषा - जब किसी वस्तु पर बल लगाया जाये और वह वस्तु अपनी स्थिति को बदल दे तो वह कार्य कहलाता है ।]

Definition of power / शक्ति की परिभाषा - कार्य करने की दर को शक्ति कहते है ।

Definition of energy / ऊर्जा की परिभाषा - कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते है ।

Definition of efficiency / दक्षता की परिभाषा - जब ऊर्जा वक स्थिति से दूसरी अवस्था में बदलती है तो कुछ ऊर्जा हानि के कारण नष्ट हो जाती है अर्थात मशीन की आउटपुट हमेशा ही इनपुट से कम होती है तथा नष्ट हुई ऊर्जा इनपुट व आउटपुट के आयर के समान होती है ।

Definition of heat / ऊष्मा की परिभाषा - ऊष्मा भी एक प्रकार की ऊर्जा है जिससे हमें गर्माहट का अनुभव होता है । ऊष्मा मापने की इकाई कैलोरी है ।

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