Solenoid coil -सोलिनायड एक प्रकार की गोल क्वाइल है । जिसमे अधिक सारी टर्ने होती है । इअ क्वाइल की लम्बाई इसके व्यास से अधिक रखी जाती है । जब सोलिनायड से करंट गुजारी जाती है तो वह चुम्बकीय फील्ड उत्पन्न करती है तथा क्वाइल के अंदर लोहे की छड़ डाल कर चुम्बकीय शक्ति बढ़ाई जा सकती है । तथा सोलिनायड में चुम्बक की पोलैरिटी ज्ञात करने के लिए निम्न नियम अपनाये जाते है
1. clock rule 2. Right hand grip rule 3. End rule
1 Clock rule / क्लॉक रूल -क्वाइल को एक सिरे पर देखने पर यदि करंट घड़ी की सुई के घूमने की दिशा में बह रहा है तो पोल साउथ पोल है और यदि करंट घडी की सुई के घूमने की उल्टी दिशा में बह रहा है होगा तो पोल नार्थ पोल होगा ।
2 Right hand grip rule / राईट हैंड गृप रूल - सोलीनायड को यदि दायें हाथ से इस प्रकार पकड़ा जाये कि उँगलियाँ करंट की दिशा में हो तो अंगूठा नार्थ पोल को प्रदर्शित करेगा ।
End Rule / एन्ड रूल - यदि सोलिनायड में करंट एंटी क्लॉक वाइज घुमे तो दूर का पोल नार्थ पोल होगा और यदि करंट क्लॉक वाइज घुमे तो दूर स्थित पोल साउथ पोल होगा ।
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