1. Static electricity.
2. Dynamic electricity.
Static electricity = Frictional electricity( स्थिर विधुत )- विधुत जिसे एक स्थान से दूसरे स्थान तक नहीं पहुँचाया जा सकता हो उस विधुत हो स्थिर विधुत कहा जाता है । स्थिर विधुत को उपयोग में नहीं लाया जासकता है इससे कोई भी उपयोगी कार्य नहीं किया जा सकता । स्थिर विधुत घर्षण से उत्त्पन्न होत्ती है जैसे की बालों में कंघी की रगड़ से, कपडे पहनते समय कपड़ों में परस्पर रगड़ से और शीशे की छाड़ को रेशमी कपड़े पर रगड़ने से तथा अन्य कई प्रकार के घर्षण से इत्यादि । घर्षण से उत्त्पन्न होने के कारण इसे घर्षण विधुत भी कहा जाता है ।
Dynamic electricity -डायनामिक विधुत वह विधुत है जिसे अपनी आवश्यकता अनुसार उपयोग होने वाले स्थान पर पहुंचया जा सके । अर्थात वह विधुत जिसे हम एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जा सके डायनामिक इलेक्ट्रिसिटी कहलाती है । आधुनिक काल में इस धरा का अनेक कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है ।
इस विधुत के दो रूप है -
1. Direct current . (D.C)
2. Alternating current. (A.C)
Direct current( D.C )- वह विधुत धरा जो सीधी रेखा में चलती है और समय के अनुसार अपनी दिशा नहीं बदलती अपनी दिशा स्थिर रखती हैे डायरेक्ट करंट कहलाती है । बैटरियों तथा DC जैनरेटरों से हमें इसी प्रकर की धरा प्राप्त होती है ।
Alternating current ( A.C ) - ऐसी विधुत धारा जो समय के साथ अपनी दिशा व मान बदल लेती है AC कहलाती है । भारत में AC की आवृति 50 Hz है । यह अत्यधिक लाभकारी है ।
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