प्राइमरी और सैकेण्डरी सेल में अंतर -
- प्राइमरी सेल की आयु कम होती है जबकि सैकेण्डरी सेल की आयु अधिक होती है ।- प्राइमरी सेल जैसे ही बन कर तैयार हो जाता है यह emf देना शुरू कर देता है जबकि सैकेण्डरी सेल चार्ज करने के बाद emf देना शुरू करता है ।- प्राइमरी सेल विभिन्न -2 धातुओं की प्लेटों से बना होता है जबकि सैकेण्डरी सेल में एक ही धातु की प्लेट प्रयोग की जाती है ।- प्राइमरी सेल डिस्चार्ज होने के बाद दोबारा चार्ज नहीं किया जा सकता जबकि सैकेण्डरी सेल को डिस्चार्ज होने पर दोबारा चार्ज करके इस्तेमाल कर सकते है ।- प्राइमरी सेल का आन्तरिक प्रतिरोध अधिक होता है जबकि सैकेण्डरी सेल का आन्तरिक प्रतिरोध कम होता है ।- प्राइमरी सेल की emf कम होती है जबकि सैकेण्डरी सेल की emf अधिक होती है ।- प्राइमरी सेल वजन में हलके होते है जबकि सैकेण्डरी सेल वजन में भारी होते है ।- प्राइमरी सेल निम्न दर पर विधुत धारा प्रदान करते है जबकि सैकेण्डरी सेल उच्च दर पर विधुत धारा प्रदान करते है ।
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